द एट्थ होम (भाग-4)
सुबह का समय था जब अक्षता भागते हुए वापिस अपने कमरे में आयी। उसने अपनी घड़ी निकाली तो वो भी समय दिखा रही थी कि आठ ही बज रहे थे। अक्षता धम से बिस्तर पर बैठ गयी। उसने अपने सिर पर हाथ रख लिया। उसके हाथ कांप रहे थे।

द एट्थ होम (भाग-4)
सुबह का समय था जब अक्षता भागते हुए वापिस अपने कमरे में आयी। उसने अपनी घड़ी निकाली तो वो भी समय दिखा रही थी कि आठ ही बज रहे थे। अक्षता धम से बिस्तर पर बैठ गयी। उसने अपने सिर पर हाथ रख लिया। उसके हाथ कांप रहे थे।
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